Mukesh Ambani’s Success Story ।। मुकेश अंबानी की सफलता की कहानी

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Mukesh Ambani’s success Story ।मुकेश अंबानी की सफलता की कहानी-> मुकेश अंबानी जी का नाम तो हम सभी ने सुना है लेकिन हम सभी मैं से कुछ लोगों को ही इनकी सफलता की कहानी के बारे में पता होगा लेकिन आज के बाद आप सभी को इनकी सफलता की कहानी के बारे में जानकारी हो जाएगी बस आपको यह देख शुरू से लेकर अंत तक पढ़ना है।

दोस्तों हम सब का सपना होता है कि हम खूब पैसे कमाए और अपने सपनों को पूरा करें। मान लीजिए यदि हम अंबानी जितना अमीर बन जाते हैं तो हम अपने सारे सपनों को पूरा कर पाएंगे इसीलिए हम सभी को भारत के अमीर मुकेश अंबानी जी के बारे में पढ़ना चाहिए।

Mukesh Ambani’s Success Story

मुकेश अंबानी की सफलता की कहानी Mukesh Ambani’s Success Story –

आपको बता दें इनके घर को बनाने में लगभग एक बिलियन डॉलर से अधिक का खर्च आया ऐसा कहा जाता है। सबसे पॉपुलर आईपीएल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के owner होने के अतिरिक्त उनके पास कई सारी हिस्सेदारी हैं और वे भारत की सबसे कीमत वाली कंपनियों में से एक चलाते हैं।
दोस्तों हम आपको मुकेश अंबानी जी की सफलता की कहानी को part by part बताएंगे जिसमें 5 पार्ट होंगे। इससे होगा क्या की उनकी सफलता को हम उनके भिन्न-भिन्न पार्ट्स को भी कवर कर पाएंगे। उनकी स्टार्टिंग लाइफ से लेकर स्टैनफोर्ड जो कि एक विश्वविद्यालय है वहां से उन्होंने बीच में ही अपनी पढ़ाई को छोड़ दिया तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मुकेश अंबानी भाइयों के बीच विभाजन हुआ तो इन से संबंधित संपूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं।

Part 1 – मुकेश अंबानी का शुरुआती जीवन –

आप सभी को बता दें मुकेश अंबानी जो कि भारतीय अरबपति हैं उनका जन्म 19 अप्रैल 1957 को यमन में हुआ था। दोस्तों यमन मैं मुकेश अंबानी जी का जन्म होने के पीछे का कारण यह है कि उनके दिवंगत पिताजी और भारतीय दिग्गज धीरूभाई अंबानी ने वहां पर एक पैट्रोल स्टेशन अटेंडेंट के रूप में काम किया था।

इसके बाद अंबानी जी का परिवार जल्दी ही भारत चला गया जहां पर उनके जीवन के लेबल में सुधार हुआ क्योंकि दे अब दो बेडरूम के अपार्टमेंट में रहते थे। यहां से इनका अच्छा टाइम शुरू हो गया क्योंकि इनके पिताजी विमल ब्रांड के तहत कपड़े के उद्योग को स्थापित करने में सफल हुए। और यहां सफल होने के बाद इनके पिताजी ने परिवार के रहने के लिए एक 14 मंजिल इमारत खरीद ली। इसके अलावा उनके पिता जी का यह मानना था कि मुकेश के लिए एक साधारण लाइफस्टाइल ही बचपन के लिए सबसे उत्तम रहेगी। उन्होंने अंबानी जी के लिए स्कूल जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग किया तथा उन्हें कभी कोई भत्ता नहीं मिलता था ‌।

आपको बता दूं मुकेश अंबानी जी ने इंस्टीट्यूट आफ केमिकल टेक्नोलॉजी तथा मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग के रूप में स्नातक की उपाधि प्राप्त कर ली।

Part 2 – रिलायंस के लिए ड्रॉपआउट –

आपको बता दें मुकेश अंबानी जी स्टैनफोर्ड से एमबीए करने गए लेकिन यह वह समय था जब उनके पिताजी ने PFY अर्थात (Polyester Filament Yarn) निर्माण के लिए लाइसेंस हासिल करने के लिए टाटा और बिड़ला को सफलतापूर्वक पीछे छोड़ दिया था।

अंबानी जी के पिताजी का यह मानना था कि वास्तविक जीवन के कौशल अनुभव के माध्यम से उपयोग किए जाते हैं केवल कक्षा में बैठने से नहीं। इस आत्मविश्वास के कारण उन्होंने मुकेश को बाहर निकालने और संयंत्र स्थापित करने में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

दोस्तों आपको बता दें मुकेश अंबानी जी ने अपने टाइम से काफी आगे का प्लांट लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका जबरदस्त निवाई। और उनके इस प्रयास से यह संभव हो गया कि उनके पिता हमेशा उन्हें एक व्यापारिक भागीदार मानने लगे तथा बिना अनुभव के योगदान करने की अनुमति देने लगे।

क्या आपको पता है कि उन्होंने गुजरात तथा जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफाइनरी स्थापित करके रिलायंस को आगे बढ़ाया । हां यह बात भी है कि मुकेश अंबानी जी केवल यही नहीं रुके क्योंकि उन्होंने अपनी टेलीकॉम शाखा रिलायंस कम्युनिकेशन की भी स्थापना की।

Part 3 – अनिल V/S मुकेश अंबानी –

धीरूभाई अंबानी का सन 2002 में 1 स्ट्रोक से निधन हो गया यह सभी को एक प्रकार से आश्चर्यचकित कर देने वाली घटना थी। आपको यह भी बता दें कि यह दूसरी बार की घटना थी जब उन्हें स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था।

यह बात भी थी कि अंबानी जी के पिताजी बिना वसीयत के स्वर्ग सिधार गए। जिसके चलते जल्द ही भाइयों के रिश्ते में काफी दूरियां बढ़ने लगी और झगड़े होने लगे यह देखकर उनकी मां ने यह फैसला किया कि कंपनी की संपत्तियों को दोनों भाइयों के बीच बांटने का समय आ गया है।

और उस समय झगड़े को खत्म करने के लिए यही एक उपाय सही था। मुकेश अंबानी जी को रिफायनिंग और पेट्रोकेमिकल, तथा ऑयल एंड गैस की कंपनियां मिली वहीं दूसरी तरफ उनके भाई अनिल अंबानी को राइजिंग सन कंपनियां दी गई जैसे कि बिजली, दूरसंचार और वित्तीय सेवा खंड।

हालांकि यह मुकेश अंबानी जी के लिए एक प्रकार से झटका साबित हुआ था क्योंकि उनके भाई अनिल अंबानी को कुछ ऐसी कंपनियां मिली जिनको बनाने के लिए मुकेश अंबानी ने भी कड़ी मेहनत की थी दूसरी बात यह भी थी कि इन की विकास दर ऊंची थी लेकिन विभाजन के बाद मुकेश अंबानी जी इन उद्योगों में प्रवेश भी नहीं कर सकते थे।

लेकिन जब 2008 में उनके भाई अनिल अंबानी कुछ मुश्किलों से जूझ रहे थे तब उन्हें उचित दरों पर गैस की आवश्यकता पड़ी और मुकेश अंबानी जी ने गैस आपूर्ति के लिए और पर यह शर्त लगाई कि गैर प्रतिस्पर्धा ठंड को रद्द किया जाए।

इसके कुछ समय बाद ही मुकेश अंबानी जी अनिल अंबानी जी के आरकॉम तथा दक्षिण अफ्रीका की एमटीएन के बीच कोई डिस्कस कभी नहीं हुआ।इस डील मैं आरकॉम दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनियों में से एक बन जाती है।

Part 4 – मुकेश का जिओ पर कब्जा –

दोस्तों तुम्हें पता था कि मुकेश अंबानी जी ने 4G के साथ ही जिओ लांच किया और उसके तत्पश्चात जिओ उद्योग में सबसे न्यूनतम प्राइस की पेशकश कर रहा था जिससे उनका सामना करना एक प्रकार से सभी के लिए असंभव हो गया था। मुकेश अंबानी जी की कारोबारी और समझदारी यहां साफ नजर आई। अंबानी जी के इस उद्योग ने बहुत लाभ कमाया इसके पीछे की वजह यह भी है क्योंकि वर्षों तक खराब 2G तथा 3जी सेवाओं के बदले महंगे उत्पादों में लाभ उठाता रहा। जिओ कंपनी ने अन्य खिलाड़ियों को भी अब अपने उत्पादों को कम मार्जिन पर पेश करने के लिए मजबूर किया है।

आपको बता दें संपूर्ण भारत में 2G नेटवर्क बनाने के लिए दूरसंचार क्षेत्र की संयुक्त कोशिशों को लगभग 25 वर्ष लग गए और उसके बाद उल्लेखनीय हो मुकेश अंबानी जी और सफल की बदौलत जिओ केवल 3 वर्षों में ऐसा करने में सफल हो गया।

Part 5 – रिलायंस को नई ऊंचाइयों पर ले जाना –

जी हां दोस्तों आज हम रिलायंस को जितनी ऊंचाई पर देख रहे हैं वहां तक मुकेश अंबानी जी का अहम रोल रहा है। उनकी वजह से ही रिलायंस कंपनी एक ऐसे समूह में बदल पाए जिससे संपूर्ण भारत में ऊर्जा पेट्रोकेमिकल्स तथा कपड़ा एवं प्राकृतिक संसाधन इसके अलावा खुदरा और दूरसंचार में कारोबार अधिक हो पाया।

आपको बताना मुकेश अंबानी जी ने रिलायंस कंपनी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर अपनी एक बेहतरीन पहचान बनाई है जोकि सराहनीय है। आपको बता दें सन 2021 तक उनकी कुल संपत्ति 76.3 बिलियन डॉलर थी। जो तू चाहे उनकी संपत्ति कितनी ही ज्यादा हो लेकिन वे अपने जीवन में हमेशा कार्य करते रहते हैं और आगे बढ़ते रहते हैं।

हो सकता है आपने अंबानी जी से यह कहते हुए भी सुना होगा कि डाटा नया तेल है यह तकनीकी क्षेत्र की तरफ उनके ध्यान में बदलाव पर प्रकाश डालता है

दोस्तों अंबानी जी की सफलता की यह कहानी आपको कैसी लगी कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं और इस कहानी को सभी लोगों के साथ शेयर करें ताकि उनको भी थोड़ा बहुत मोटिवेशन मिलें धन्यवाद

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